tag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post8720788402086039421..comments2023-05-06T06:11:52.946-07:00Comments on प्रेमवाणी: ईश्वर का साझी बनाना सब से बड़ा पाप हैUnknownnoreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-53225763047813733192015-11-03T00:06:54.949-08:002015-11-03T00:06:54.949-08:00जनाब लतीफ़ भाई।
अगर सिर्फ दवा से मरीज़ ठीक हो जाते...जनाब लतीफ़ भाई।<br />अगर सिर्फ दवा से मरीज़ ठीक हो जाते तो कभी कोई मरता ही नही।शिफ़ा देने वाला अल्लाह हे दवा सिर्फ जरिया हे ।<br />2-आप अल्लाह को ताक़त दिखने को बोल रहे हैं।दुनिया में जो कुछ भी हे वो अल्लाह की ताक़त की ही ताक़त का नमूना हे।ये चाँद सितारे सब अल्लाह ही की बनाये हुए हैं।ज़्यादा जानकारी के लिए मेरी ये पोस्ट पढ़ें<br />http://sachchadharmislam.blogspot.in/2015/10/blog-post_25.html?m=1<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14043651059362175777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-71861093146811649122009-09-12T19:52:59.359-07:002009-09-12T19:52:59.359-07:00अल्लाह को छोड़कर तुम जिन वस्तुओं को पूजते हो वह सब ...<b>अल्लाह को छोड़कर तुम जिन वस्तुओं को पूजते हो वह सब मिलकर एक मक्खी भी पैदा नहीं कर सकतीं, और पैदा करना तो दूर की बात है यदि मक्खी उनके सामने से कोई चीज प्रसाद इत्यादि छीन ले तो वापस नहीं ले सकतीं। फिर कैसे कायर है पूज्य और कैसे कमजोर हैं पूजने वाले, और उन्होंने उस अल्लाह की कद्र नहीं कि जैसी करनी चाहिये थी जो ताक़तवर और जबरदस्त है।</b><br />इतनी ताकत अगर अल्ल्लह या पूजने वालों की है तो तबियत खराब होने पर बगैर दवा के ठीक होकर दिखाओ , कम से कम पवित्र मौकों पर तो ऊपर वाला अपनी ताकत दिखाये , सब बकवास है , मजहब का उदय सिर्फ़ अपनी प्रभुसत्ता को कायम रखने के लिये हुआ था और इसका वास्तिविक जिदंगी से कोई लेना देना नही , हर मजहब पालिटिक्ळी मोटिवेटेड है , उसका विकास सिर दूसरों का सहारा लेकर अपने को सवश्रेष्ठ बताना है जो ऊपर वाले को मानते है वह भी मरते हैं और जो नही वह भी ...Latif now turning into Atheismnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-12711713288848184232009-08-02T04:08:41.631-07:002009-08-02T04:08:41.631-07:00अबे साले तूं अपने इस सच्चे इस्लाम का अध्ययन उन आंत...अबे साले तूं अपने इस सच्चे इस्लाम का अध्ययन उन आंतकवादियों को क्यूं नही कराता जो कि हर रोज निर्दोषों,मजलूमों की जानें लेने पर तुले हुए हैं. उस ओसामा बिन लादेन को क्यूं नहीं कराता,दाऊद को क्यूं नहीं कराता,कश्मीर/पाकीस्तान/अफगानिस्तान में बैठे उन भाडे के टटुओं को क्य़ूं नहीं कराता.<br />तुम्हारी हरकतों से मुझे तो लगने लगा है कि जरूर तुम सब लोग I.S.I. के एजेन्ट हो, जो कि धर्म की आढ में हमार हिन्दोस्तान को तोडने की कौशिश कर रहे हो. ये ड्रामेबाजी यहाँ नहीं चलने वाली.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-80878816745518664212009-08-01T13:40:07.805-07:002009-08-01T13:40:07.805-07:00बेनामी भाई साहिब!
मैंने कोई गलत बात नहीं लिखी है। ...बेनामी भाई साहिब!<br />मैंने कोई गलत बात नहीं लिखी है। वही सब लिखा है जिसका आज तक वेदों में वर्णन होता आ रहा है। क्रोधित न हों, निष्पक्ष हो कर ज़रा इन विषयों का अध्ययन करें। पता चल जाएगा कि इसमें क्या मज़ा है। यह है संदेश आपके ईश्वर का, जो सम्पूर्ण संसार का सृष्टिकर्ता है। यदि उसकी पहचान कराना फालतू बकवास है तो हमें बताया जाए कि करने का काम क्या है? यदि मेरे दिल से पूछो तो बड़ा खेद होता है उन लोगों पर जो ईश्वर का नाम लेने पर बिफरने लगते हैं। आप से अनुरोध है कि आप क्रोधित न हों और विशाल हृदय से एक बार इस्लाम का अध्ययन करें। <br />धन्यवादSafat Alam Taimi https://www.blogger.com/profile/18294580543913457765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-26103547895616113602009-08-01T09:28:30.992-07:002009-08-01T09:28:30.992-07:00साले कटुवे। काहे को बेफालतू की बकवास लिखकर माहौल ख...साले कटुवे। काहे को बेफालतू की बकवास लिखकर माहौल खराब करने पर तुला है. अपनी ये बकवास कहीं ओर जाकर सुना.मुसलमानों का नाम बदनाम कर रखा है सालों नें,,,,,,Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-13746316592257376372009-07-31T17:35:49.622-07:002009-07-31T17:35:49.622-07:00अच्छा लेख है।
बधाई।अच्छा लेख है।<br />बधाई।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4498814543825595269.post-37617514847153919122009-07-30T04:35:41.371-07:002009-07-30T04:35:41.371-07:00आपके मार्गदर्शन से ही मैंने स्वच्छ सन्देश की नीवं ...आपके मार्गदर्शन से ही मैंने स्वच्छ सन्देश की नीवं रक्खी थी... भाई. आपका सहयोग हमेशा अपेक्षित रहेगा. मैंने घुटनों के बल चलने के बजाये शहसवारी का रास्ता अपनाया... इसलिए आप का सहयोग अपेक्षित रहेगा... <br /><br />आपका छोटा भाई <br />सलीम खानSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.com