रविवार, 24 अक्तूबर 2010

कुरआन सब के लिए


आज अधिकांश लोगों में जहाँ यह भ्रम प्रचलित है कि पवित्र क़ुरआन मुसलमानों का कोई धार्मिक ग्रन्थ है वहीं कुछ सज्जन यह भी मानते हैं कि क़ुरआन के लेखन मुहम्मद सल्ल0 हैं। यदि यही तथ्य होता तो चिंता की बात न थी हालाँकि यह वास्तविकता के बिल्कुल विरोद्ध है, न तो क़ुरआन के लेखक मुहम्मद सल्ल0 हैं और न ही यह मात्र मुसलमानों का ग्रन्थ है अपितु यह सम्पूर्ण संसार के स्वामी की ओर से सम्पूर्ण मानव-जाति को प्रदान किया गया एक महान उपहार है।

इसका सम्बोधन अरबों के लिए भी है, गैर-अरबों के लिए भी है। कालों के लिए भी है गोरों के लिए भी है। अमेरिकियों के लिए भी है फारसियों के लिए भी है। धनवानों के लिए भी है निर्धनों के लिए भी है। तात्पर्य यह कि क़ुरआन किसी विशेष जाति अथवा क्षेत्र के लिए नहीं अपितु पूरी दुनिया के लिए अवतरित हुआ है।


क़ुरआन "ऐ क़ुरैश" या "ऐ अरब वासियो" कह कर नहीं बल्कि "ऐ इनसानों" "ऐ मानवो" कह कर अपना आह्वान लोगों के सामने प्रस्तुत करता है। कुरआन कहता हैः

"बहुत बरकत वाला है वह जिसने यह फ़ुरक़ान (क़ुरआन) अपने बन्दे पर अवतरित किया ताकि सम्पूर्ण संसार के लिए सावधान कर देने वाला हो"। (सूरः 25 आयत 1)


और मुहम्मद सल्ल0 के सम्बन्ध में क़ुरआन कहता हैः

"हमने तुमको सभी इनसानों के लिए शुभसूचना सुनाने वाला और सचेत करने वाला बना कर भेजा।" (सूरः34 आयत 28)


परन्तु बड़े खेद की बात है कि अज्ञानता के कारण इसके सम्बन्ध में विभिन्न प्रकार के संदेह फैलाए गए, फलस्वरूप आज सबने इसे मुसलमानों का कोई धार्मिक ग्रन्थ समझ लिया है।

12 टिप्‍पणियां:

Taarkeshwar Giri ने कहा…

Ye Bhram ki sthiti to Musalmano ne hai paida ki hai.

Lekin ek bat aur Baki Dharm Granth ko musalman apna lenge kya

विश्‍व गौरव ने कहा…

सच कहा कुरआन सबके लिए है

Fariq Zakir Naik ने कहा…

कुरआन सब के लिए है है जिन्‍हें शंका हो उनका समाधान भी इसी में है

Dead body of FIRON - Sign of Allah
http://www.youtube.com/watch?v=0hWGjmbAzPs
विडियो

Fariq Zakir Naik ने कहा…

अगली पोस्‍ट का इन्‍तजार रहेगा

Tausif Hindustani ने कहा…

अगर कोई एक ग्रन्थ है जो सभी लोगों को रास्ता दिखा सकता है तो वह कुरआन मजीद है
dabirnews.blogspot.com

हामिद ने कहा…

बेशक

nadeem ने कहा…

sahee kaha

बेनामी ने कहा…

nice post

Aslam Qasmi ने कहा…

कुरआन सब के लिए

बेनामी ने कहा…

achhi baat

S.M.Masoom ने कहा…

एक अच्छा प्रयास

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत बढिया प्रस्तुति!
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बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
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आपकी पोस्ट को बुधवार के
चर्चा मंच पर लगा दिया है!
http://charchamanch.blogspot.com/